
मुलतापी समाचार हटा मनोज कुमार अग्रवाल
हटा: चंडी जी मंदिर परिसर हटा में चल रही देवी भागवत कथा के आठवें दिन कथा व्यास नरेंद्र शास्त्री ने त्रेता युग में राम जन्म के बारे में बताया! उन्होंने कहा कि रावण को मारने के लिए परशुराम और बाली मौजूद थे फिर भी रघुवर ने अवतार लिया! दो महान ऋषि विश्वामित्र और वशिष्ठ, दो महान राजा दशरथ और जनक इनकी आपस में बनती नहीं थी और दूसरी और रावण ने अपनी प्रजा को घर मकान और धन-धान्य से भर दिया था! इसलिए उसकी प्रजा उस पर जान देती थी! शास्त्र कहते हैं कि जहां बुराई संगठित है और अच्छाई असंगठित है वहां बुराई की जीत हो जाती है! नियम कहता है कि किसी की चीज पर बलपूर्वक कब्जा नहीं करना चाहिए! केकई ने मंत् रा को अपना गुरु बनाया! जैसा गुरु होगा वैसी हमारी बुद्धि होगी! गुरु वह है जो हमें धर्म की ओर ले जाए और अधर्म से हटाए! जिसे सब ठुकरा देते हैं उसे परमात्मा अपना लेता है! आजकल मनुष्य जितना पढ़ लिख जाता है वह उतनी ही अपनी संस्कृति को तिलांजलि देता जाता है! पढ़ाई वह है जो झुकना सिखाएं! धर्म की जो रक्षा करता है धर्म उसकी रक्षा करता है! जीवन में जब तक तप नहीं है तब तक भक्ति संभव नहीं है!