
मुलतापी समाचार
बैतूल को सुकन्या जिला बनाये जाने हेतु शिक्षा विभाग द्वारा मंगलवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री बीएल विश्नोई, सहायक जिला परियोजना समन्वयक श्री संजीव श्रीवास्तव, सहायक सांख्किी अधिकारी श्री अशोक श्रीवास, डाक विभाग के उप संभागीय निरीक्षक डॉ. हेमराज धोटे, प्रोग्रामर श्री गजेन्द्र त्यागी, जिले के मास्टर टे्रनर, विकासखण्ड समन्वयक तथा जनशिक्षक उपस्थित रहे।
कार्यशाला में सहायक सांख्यिकी अधिकारी श्री अशोक श्रीवास एवं उप संभागीय निरीक्षक डाक विभाग डॉ. हेमराज धोटे ने सुकन्या समृद्धि योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के प्रत्येक माता-पिता की 0 से 10 वर्ष तक की प्रत्येक प्रथम दो बालिकाओं (जुड़वा अथवा तीन बालिका एक साथ जन्म लेने की स्थिति में तृतीय एवं चतुर्थ बालिका) को इस योजना का लाभ दिया जा सकता है। उन्होंने योजनांतर्गत खाता खोलने हेतु लगने वाले दस्तावेज तथा खाता खोलने की प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि 26 नवंबर 2019 से बैतूल को सुकन्या जिला बनाये जाने की रणनीति तैयार कर विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत प्रत्येक सेक्टर पर्यवेक्षकों को 1100-1100 सुकन्या समृद्धि के खाते खोले जाने का लक्ष्य दिया गया। इस प्रकार जिले में एक लाख खाते खोले जाने का लक्ष्य रखा गया। लक्ष्य पूर्ति हेतु डाक घर एवं महिला बाल विकास के क्षेत्रीय अमले का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया, जिसके माध्यम से प्रतिदिन खोले जाने वाले खातों की समीक्षा की जा रही है। साथ ही समय-समय पर परियोजना अधिकारी, डाक घर के पोस्ट मास्टर के साथ भी समन्वय बैठकें आयोजित की जा रही है। श्री विश्नोई ने बताया कि डाक घर से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत जिले में वर्तमान में कुल 53000 खाते खोले गये हैं। कार्यशाला में सुकन्या समृद्धि योजनांतर्गत खाते खोले जाने हेतु चलाए गए विशेष अभियान की समीक्षा भी की गई।