
मुलतापी समाचार मनोज कुमार अग्रवाल
दमोह: दमयंती क्लब दमोह की ओर से साड़ी एक गरिमा पूर्ण भारतीय परिधान विषय पर फैशन शो का आयोजन किया गया! जिसमें महिलाओं ने एक से बढ़कर एक पैटर्न की साड़ियां पहनकर फैशन वाक किया! प्रतियोगिता का आयोजन अंजलि सचदेव और मंजू मोगिया द्वारा किया गया! इसमें सभी उम्र की महिलाओं ने भाग लिया!
निर्णायक की भूमिका नीरजा और डॉ रितु दुआ ने निभाई! प्रतियोगिता में पहली 8 महिलाओं को सम्मानित किया गया! जिसमें निर्मला मराठा, सविता सोनी,ज्योत्सना जैन, कल्पना , शैलजा नेमा, पूर्णिमा गुप्ता, सोनाली गुरु, अमृता जैन शामिल है! सभी को उत्तम साड़ी पहनावा पर पारितोषिक दिया गया! इस मौके पर क्लब की अध्यक्ष डॉ. रितु दुआ और गीता टंडन ने बताया कि फैशन बदलने के साथ-साथ परिधान भी बदल जाते हैं, मगर महिलाओं का एक मात्र पारंपरिक परिधान आज तक नहीं बदला है ,और वह है साड़ी जिसे प्राचीन काल से भारतीय महिलाएं पहन रही हैं,!
स्टाइल बदला, रंग भी बदला, पहनने वाली हर युवती का मिजाज भी बदला, नहीं बदली तो सिर्फ साड़ी! भाग लेने वाली महिलाओं ने बताया कि फैशन समय के हिसाब से बदलता रहता है पर बात जब साड़ियों की आती है तो यह आज भी महिलाओं की पहली पसंद है! वह इस परिधान में सहज व गरिमा पूर्ण लगती है! भारत में प्राचीन काल से महिलाएं साड़ी पहनती आई हैं, इसका मुकाबला किसी अन्य परिधान से नहीं किया जा सकता! साड़ियों का उल्लेख वेदों में भी मिलता है! इस तथ्य से अनुमान लगाया जा सकता है कि यह कितना पुराना परिधान है!
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