
मुलतापी समाचार
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहजहानी पार्क में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला अतिथि विद्वानों व पुरुष अतिथि विद्वानों ने मुंडन करवाया। यहां बीते 90 दिनों से अतिथि विद्वानों द्वारा मध्यप्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी हैं। अतिथि विद्वान नियमितिकरण की मांग को लेकर पिछले 3 महीनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक मप्र सरकार की ओर से इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
तीन माह से समय समय पर सरकार के नेता और मंत्रीयों द्वारा अतिथि विद्वानों के पास आकर उन्हें भरोसा तो दिलाते रहे हैं, लेकिन उनके द्वारा की गई मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया जा सका हैं। इसी से नाराज होकर आज महिला दिवस पर महिला अतिथि विद्वानों सहित पुरुष अतिथि विद्वानों ने भी मुंडन करवाया।

कटनी से आई अतिथि विद्वान नीना सिंह ने मुंडन के बाद बातचीत के दौरान बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद सरकार की ओर से सकारात्मक रवैया नहीं आने पर ही हमें ये कदम उठाना पड़ा। इससे पहले भी महिला अतिथि विद्वान डॉ. शाहीन खान ने 19 फरवरी को और लक्सारी दास ने 2 मार्च को मुंडन कराया था। नीमा सिंह ने बताया कि उन्होंने सरकार की शोषणकारी नीति के कारण मुंडन कराया है।

इस दौरान एक अर्थी का भी निर्माण किया गया, जिस पर मप्र शासन के नाम से पर्चे लगे हुए थे। इसके साथ ही वहां शिक्षक भर्ती की अर्थी लिखा एक पोस्टर भी लगाया गया।
उनका कहना था कि हमारी मांगे तो मुख्यरूप से वहीं हैं जो इस सरकार ने वादा किया था, लेकिन इसके बावजूद सरकार की ओर से अपना वादा पूरा नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते सभी अतिथि विद्वान महिला अतिथि विद्वानों ने आह्वान किया है कि यदि राज्य सरकार ने वचनपत्र अनुसार हमारा नियमितीकरण का वादा नही निभाया तो हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे और अपने आंदोलन को विस्तृत करते हुए अगला मुंडन दिल्ली में किया जाएगा।