
मुलतापी समाचार मनोज कुमार अग्रवाल
दमोह: पांच दिवसीय रंगोत्सव की शुरुआत होलिका दहन के बाद से हो जाएगी! 9 मार्च को होलिका दहन होगा , साथ ही होली उत्सव प्रारंभ हो जाएगा! ज्योतिषाचार्य पंडित रवि शास्त्री ने बताया कि इस दिन स्वयं को ही भगवान मान बैठे हिरण्यकश्यप ने भगवान की भक्ति में लीन अपने ही पुत्र प्रहलाद को कई प्रकार से मारने का प्रयास किया लेकिन जब वह नहीं मारा जा सका तो अपनी बहन होलिका के जरिए जिंदा जला देना चाहा लेकिन भगवान ने अपने भक्त पर कृपा की और प्रहलाद के लिए बनाई चिता में होलिका स्वयं भस्म हो गई!
होलिका दहन के अगले दिन भक्त प्रहलाद की भक्ति के विजय स्वरूप लोगों द्वारा होली खेली जाती है! जिसे हम धूरेडी कहते हैं! आज होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम 6:22 से रात्रि 8:49 तक है! इस बार लोगों ने पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने कंडों की होली जलाने का निर्णय लिया है!
मुलतापी समाचार परिवार की ओर से होली की ढेर सारी शुभकामनाएं!