मुलतापी समाचार मनोज कुमार अग्रवाल
हटा: एक दिन के कर्फ्यू का महत्व
करोना वायरस किसी सतह पर लगभग 9 से 12 घंटे जीवित रहता है और स्वैच्छिक जनता कर्फ्यू का समय सुबह 7:00 से रात 9:00 बजे तक! मतलब 14 घंटे+ पूरी रात!
मतलब मोटे तौर पर 24 घंटे लोग घरों में रहेंगे! तो वायरस कांटेक्ट खत्म हो जाएगा और सोशल ट्रांसमिशन का खतरा बहुत कम हो जाएगा! बहुत बुद्धिमानी का निर्णय! हम सबको मिलकर इसे 100% सफल बनाना है!

22 मार्च दिन रविवार को देश के प्रधानमंत्री जी के आवाहन पर मैं सुबह 7:00 बजे से रात के 9:00 बजे तक अपने घर के अंदर रहकर जनता कर्फ्यू का पालन करूंगा! आप सभी से उम्मीद है कि आप भी सपरिवार इष्ट मित्रों सहित जनता कर्फ्यू का पालन करें! मेरा सभी भाई बहनों से अनुरोध है कि कोरोना* वायरस जैसी भयंकर महामारी से जीतने के लिए यही सबसे अच्छा उपाय है! हम सब मिलकर देश हित में लगातार सभी को सचेत करते हुए जन आंदोलन बनाने के लिए संकल्पित हो! तथा किसी भी कीमत पर सार्वजनिक स्थलों पर एकत्रित होने का बहिष्कार स्वयं करें एवं अन्य साथियों को प्रेरित करें!
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