मुलतापी समाचार मनोज कुमार अग्रवाल
दमोह: आने वाले दिन दमोह वासियों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं! ऐसा इसलिए क्योंकि जहां लाकडाउन को लेकर पुलिस.और प्रशासनिक अमला लोगों को घरों में रहने की सलाह दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ बाहर से आने वाले मजदूरों को शहर के भीतर लाकर उनकी जांच की जा रही है! ऐसे में बाहर से आए इन मजदूरों में यदि एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित निकल आएगा, तो दमोह शहर व पूरे जिले पर संकट आ सकता है!
स्थानीय अस्पताल चौराहे के समीप बने मानस भवन कांप्लेक्स परिसर में स्वास्थ विभाग के कर्मचारी मौजूद थे! जिनके हाथ में टेंपरेचर मशीन और कुछ दस्तावेज थे, जिसमें संबंधित व्यक्तियों की जानकारी दर्ज की जा रही थी, और उनकी स्क्रीनिंग कर उनका टेंपरेचर चेक किया जा रहा था! यहां पर पहुंचे मजदूरों में बड़ी संख्या में जिले के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में मजदूरी करके लौट रहे मजदूर थे! इसके अलावा महाराष्ट्र से अपने वाहन से यूपी जा रहे एक परिवार को अस्पताल चौराहे के समीप लाया गया! जिसमें महिलाएं, बच्चे, युवा सभी शामिल थे और उनकी भी जांच की गई! इन लोगों ने बताया कि वह 5 दिन पहले महाराष्ट्र से यूपी के लिए रवाना हुए थे!महत्वपूर्ण बात यह है कि वर्तमान में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज मुंबई में ही मिल रहे हैं! ऐसे में एक दर्जन से ज्यादा लोगों को शहर के बीच में लाकर उनकी जांच कराना सबसे बड़ा जोखिम भरा हो सकता है! यदि इन सदस्यों में से किसी एक में भी पॉजिटिव संक्रमण पाया जाता है और दो-चार दिन में उसका प्रभाव स्थानीय व्यक्ति पर हो जाता है तो स्थिति भयावह हो सकती है!
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