मुलतापी समाचार
दमोह: कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे अमेरिका में दमोह की बेटी डॉक्टर ऐश्वर्या वर्मा वहां के लोगों की जान बचाने के लिए 14-14 घंटे कड़ी मशक्कत कर रही है! खास बात यह है कि यह काम वह कोई मजबूरी में नहीं कर रही है, बल्कि उसने स्वयं ही यह फैसला लिया है! बेटी जरूर दुनिया में सबसे तेजी से फैल रही बीमारी से लोगों को बचाने के लिए मेहनत कर रही है, मगर माता-पिता को चिंता होना भी स्वाभाविक है, लेकिन बेटी ने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए वापस आने से इनकार कर दिया और अब जीवन मरण के बीच जूझ रहे मरीजों को बचाने में जुटी है!
26 वर्षीय डॉ ऐश्वर्या वर्मा असाटी वार्ड नंबर 2 में रहने वाले प्रसिद्ध साहित्यकार डॉक्टर सत्य मोहन वर्मा की भतीजी हैं! उनके पिता डॉ आलोक वर्मा मशहूर ऑर्थोपेडिक्स सर्जन और मां डॉ अर्चना वर्मा फिजियोथैरेपिस्ट है और इंदौर में रहते हैं! ऐश्वर्या ने जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है! वर्ष 2017 में वह एमडी का कोर्स करने के लिए अमेरिका के मिशिगन राज्य के कैंटन शहर में संचालित सेंट मेरी मिर्सि लिवोनिया हॉस्पिटल गई थी! जहां पर 2 साल का कोर्स करने के बाद उसकी उसी हॉस्पिटल में नौकरी लग गई! इसके बाद से निरंतर ऐश्वर्या वही सेवाएं दे रही हैं!
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