
जलाए जलाए जलाए जलाए जलाए

माँ खेड़ापति और माँ भवानी मैय्या के दरबार में जले सैकड़ों दीये।

बैतूल – रोंढा ग्राम की पावन धरा पर माता रानी खेड़ापति (माता मैय्या) और माता रानी भवानी मैय्या का चमत्कारी धाम है। साथ ही रोंढा की पावन धरा पर भगवान भोलेनाथ का विशाल मंदिर, भगवान राधाकृष्ण का सुन्दर मंदिर, साधुबाबा, दैय्यत बाबा, गुरसायब बाबा, दानू बाबा, सिंगला माता, सती मैय्या, सिंगाजी बाबा, झालर वाले देव बाबा, रिझड़ा वाले देव बाबा, पीर बाबा, दुधारी वाले बाबा और तीन दिशाओं में विराजमान हनुमानजी महाराज पूर्णरूप से ग्राम की सुरक्षा किए हुए है।

इस सुरक्षा कवच को तोड़कर आज कोरोना जैसी संक्रामक महामारी गाँव में प्रवेश ना कर सके और आगे आने वाले समय में भी इसका प्रवेश गाँव में ना हो सके। इसके लिए समस्त रोंढा वासियों द्वारा एक – एक दीया माँ खेड़ापति (माता मैय्या) और एक- एक दीया माँ भवानी के पास 28/04/2020 मंगलवार वैशाख शुक्ल पंचमी को शाम छः बजे से शाम सात बजे के बीच प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति मुँह पर मॉस्क लगाकर और सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए मातारानी के दरबार में जाकर जलाया और मातारानी से हाथ जोड़कर प्रार्थना की।

हे मातारानी हमारे इस गांव का अस्तित्व आपकी छत्रछाया से है और आगे भी इसी प्रकार बना रहे। ऐसी कामना के साथ इस संक्रामक महामारी कोरोना से समस्त रोंढा ग्रामवासियों के प्रत्येक परिवारों, सदस्यों, बुजुर्गों, बच्चों को दूर रखें, और सभी रोंढा ग्रामवासियों को स्वस्थ, खुशहाल और दीर्घायु बनाए रखें।

ऐसे समय में कोरोना से मुक्ति के लिए मात्र एक मिनट के लिये माता मैय्या और भवानी मैय्या के पास अलग-अलग पहुँचकर दीया लगाया ताकि अपने गांव, अपने जिले, अपने प्रदेश, अपने देश के कोरोना वारियर्स को हिम्मत एवं हौसला मिले और कोरोना मुक्ति के लिये केवल एक मिनट की प्रार्थना की हमें माँ खेड़ापति और माँ भवानी पर अटूट विश्वास है मातारानी अपने बच्चों की प्रार्थना को जरूर सुनेगी। अपने परिवार के साथ प्रार्थना से बच्चों को संस्कार के साथ ही एक सकारात्मक ऊर्जा भी मिलेगी।

प्रदीप डिगरसे मुलतापी समाचार बैतूल
मानसिक शक्ति अवश्य मिलती है पूजा आराधना से ।
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