
बैतूल: जिले के दो चिकित्सक अपनी सेवाएं कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान इंदौर जिले में दे रहे हैं। जिला चिकित्सालय बैतूल में कार्यरत डॉ. जगदीश घोरे शिशु रोग विशेषज्ञ 16 अप्रैल 2020 से इंदौर में हैं तथा 21 अप्रैल 2020 से प्रेसीडेंट पार्क होटल इंदौर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। डॉ. घोरे निरंतर ड्यूटी पर रहते हैं एवं मरीजों की सतत् देखरेख कर रहे हैं। डॉ. घोरे ने बताया कि कत्र्तव्य के दौरान घर की चिंता जरूर सताती है, लेकिन राष्ट्र हित में कोविड-19 में सेवा देने के अवसर को ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं और कहते हैं कि कत्र्तव्य से बढक़र और कुछ भी नहीं। डॉ. घोरे की पत्नी श्रीमती लीना घोरे अपने पति को विशेष सतर्कता की सलाह देते हुये कहती हैं कि मैं गौरवान्वित हूं कि मेरे पति वैश्विक महामारी में अपनी आहूति दे रहे हैं।
डॉ. घोरे ने सभी से अपील की है कि लॉक डाउन के नियमों का पालन करें, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, पौष्टिक आहार लें, इम्युनिटी तंत्र को मजबूत करें एवं व्यायाम करें, ताकि कोरोना संक्रमण से बचे रह सकें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभातपट्टन में खण्ड चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत डॉ. जितेन्द्र अत्रे 16 अप्रैल 2020 से इंदौर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा 19 अप्रैल 2020 से रॉबर्ट नर्सिंग होम में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। डॉ. अत्रे का परिवार जिसमें पत्नी श्रीमती लता अत्रे एवं 13 वर्षीय पुत्री तथा 10 वर्षीय पुत्र सम्मिलित हैं अभी प्रभातपट्टन में ही हैं। डॉ. अत्रे कहते हैं कि परिजनों की याद सताती है किन्तु कत्र्तव्यों का निर्वहन करना जीवन की प्राथमिकता है, चुनौतीपूर्ण कार्य करने का अवसर सबके जीवन में नहीं आता, मुझे मिला है तो मैं पूर्ण निष्ठा से इसे निभा रहा हूं। डॉ. अत्रे की पत्नी श्रीमती लता का कहना है चिकित्सक का पेशा ही सेवा का पेशा है, मानव सेवा ही परम धर्म है। इस कोरोना संक्रमण के कठिन दौर में मेरे पति की जहां भी ड्यूटी लगाई जायेगी, वे सहर्ष जिम्मेदारी से देंगे और मैं सदा उनके साथ हूूं।
डॉ. अत्रे ने अपील की है कि आमजन घर पर रहें, आमजन के सहयोग से ही संक्रमण फैलने के अवसरों को रोका जा सकेगा, अनावश्यक बाहर न निकले, अपने और अपने परिवार के लिये लॉकडाउन के नियमों का पालन करें।
शिवा पवार मुलतापी समाचार बैतूल