
मुलतापी समाचार
कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है. लोग जहां हैं वहीं फंसे हुए हैं. इसी बीच लोग अपनी शादियां भी टाल रहे हैं. हालांकि कई लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए शादी कर भी रहे हैं और लोगों को प्रेरणा दे रहे हैं.
ऐसी ही एक शादी मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में हुई है जहां ना बाराती आए और ना शहनाई बजी, मास्क भी लगाया और लॉकडाउन का पूरा पालन भी हुआ. इस दौरान पंडित की जगह आंगनवाडी कार्यकर्ता ने आशा कार्यकरता, कोटवार भी मास्क पहने हुए शादी स्थल पर मौजूद थे और घर के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराकर. महज एक घंटे में ये शादी संपन्न कराई.
मामला बैतूल जिले के आमला तहसील के ग्राम पंचायत हरदोली का है, यहां रहने वाले एक परिवार मे यह शादी 6 मई को होने वाली है का पता पूर्व मे ही चल गया था जिसके पश्चात कोटवार, आंगनवाडी कार्यकरता और आशा कार्यकार्ता टीम बनाकर शादी समारोह स्थल पर पहुचे जहां उन्होंने वर वधु काेे सारी रश्म और रिवाजों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराकर शादी सम्पनन कराई जिसमें आमला तहसील के ग्राम हरदोली के कोटवार माखन खातरकर आशा कार्यकर्ता प्रमिला चिल्ला टे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सरस्वती इवने आदी मौजूद थे
लॉकडाउन लागू होने के कारण दोनों परिवारों ने सादगी पूर्ण तरीके से शादी करने का निर्णय लिया और शादी के लिए की गई सभी तैयारियों को कैंसिल करके घर में ही शादी की रस्में अदा करवाई गईं. शादी के दौरान परिवार के ही सदस्य उपस्थित थे और वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे. सबसे खास बात यह भी थी कि शादी में किसी रिश्तेदार को नहीं बुलाया गया.
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