मुलतापी समाचार
प्रदेश की सत्ता का भविष्य तय करने वाले 19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान किया जाएगा। इसमें 63 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार के जरिये तय करेंगे कि प्रदेश में ‘कमल’ की सरकार बरकरार रहेगी या कमल नाथ को ताज मिलेगा। कोरोना संकट के कारण मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक किया जा सकेगा। इस बार एक घंटे का समय बढ़ाया गया है।
अंतिम एक घंटे में सामान्य मतदाताओं के अलावा कोरोना पॉजिटिव या असामान्य तापमान वाले मतदाताओं को मतदान का अलग से अवसर दिया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने की व्यवस्था की गई है। शाम तक 12 मंत्रियों सहित 355 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद हो जाएगा।
40 फीसद मंत्रियों का भविष्य दांव पर

12 मंत्रियों सहित 355 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में होगा कैद – कोरोना संकट के कारण सुबह सात से शाम छह बजे तक होगा मतदान।
MP Assembly By Elections भोपाल
उपचुनाव में शिवराज सरकार के 34 में से 40 फीसद मंत्रियों का भविष्य दांव पर है। दो पूर्व मंत्रियों (गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट) को छह माह में विधायक नहीं बन पाने के संवैधानिक प्रविधान की वजह से इस्तीफा देना पड़ा, वे चुनाव मैदान में हैं।
साथ ही 12 गैर विधायक मंत्री भी चुनाव मैदान में हैं। उपचुनाव के नतीजों से इन सभी का राजनीतिक भविष्य तय होगा। दरअसल, इन सभी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ी थी और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सत्ता का समीकरण साधने के लिए भाजपा ने 14 पूर्व विधायकों को मंत्री बनाया और