✍️ राहुल सारोडे
बैतूल मुलताई (मूलतापी सामाचार)। सोयाबीन की जगह मक्का उत्पादन को फायदेमंद मान रहे किसान अब पछताने को मजबूर हैं। एक ओर जहां शासन द्वारा भावांतर या समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी नहीं की जा रही है वहीं दूसरी ओर मंडी में इसके बेहद कम दाम मिल पा रहे हैं। सोमवार को विरोध जताने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। यही कारण है कि अब किसानों को उनका हक दिलाने भारतीय किसान संघ द्वारा मोर्चा संभाला जा रहा है। संघ की इसे लेकर बुधवार को महत्वपूर्ण बैठक रखी गई है।

बीते कई सालों से जिले के किसान सोयाबीन का उत्पादन कर रहे थे। इसके चलते जमीन की उर्वरा क्षमता खत्म होती जा रही थी और उत्पादन में भी कमी आ रही थी। इसे देखते हुए कृषि विज्ञानियों और कृषि विभाग ने किसानों को सोयाबीन की जगह मक्का का उत्पादन करने की सलाह दी थी। उनकी सलाह को सिर आंखों पर रखते हुए किसानों ने पिछले कुछ सालों में मक्का का रकबा काफी बढ़ा लिया है। यही कारण है कि सीजन आते ही मंडी में मक्का का अंबार लग जाता है। पहले शासन ने किसानों को उचित दाम दिलाने के लिए भावांतर भाव योजना के तहत मक्का की खरीदी की, लेकिन इस साल शासन की किसी योजना का अता-पता नहीं है। शासन ने मक्का का समर्थन मूल्य 1850 रुपये प्रति क्विंटल घोषित तो कर दिया पर समर्थन मूल्य किसानों को दिलवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। यही कारण है कि किसानों को औने-पौने दामों पर मक्का बेचना पड़ रहा है। इसे लेकर सोमवार को किसानों ने जमकर विरोध जताया। हंगामे को देखते हुए एसडीएम सीएल चनाप को भी मंडी पहुंचना पड़ा। इसके बावजूद मंगलवार को स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। आज भी मक्का के दाम में कोई इजाफा नहीं हो सका।

आज यह रहे मक्का के दाम
मंगलवार को कृषि उपज मंडी में 7166 मक्का की आवक हुई जबकि सभी तरह की जिंसों की 15344 बोरे आवक हुई। मक्का के आज न्यूनतम दाम 1000 रुपये और उच्चतम दाम 1409 रुपये रहे वहीं प्रचलित मूल्य 1320 रुपये रहा। इससे पहले सोमवार को 14011 बोरे मक्का और सभी तरह की जिंसों की 30463 बोरे आवक हुई थी। मक्का का न्यूनतम मूल्य 1002 रुपये और उच्चतम मूल्य 1401 रुपये रहा वहीं प्रचलित मूल्य 1350 रुपये रहा। जाहिर है कि आज भी दाम में कोई सुधार नहीं हुआ और किसानों को समर्थन मूल्य से काफी कम दामों पर अपनी मक्का बेचना पड़ रहा है।
अब किसान संघ उठाएगा किसानों की मांग
मंडी में भी उपज के वाजिब दाम नहीं मिल पाने का देखते हुए अब भारतीय किसान संघ द्वारा इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। इस सिलसिले में संघ की महत्वपूर्ण बैठक 4 नवंबर को दोपहर 12.30 बजे से कृषि उपज मंडी बडोरा में रखी गई है। इसमें जिला एवं तहसील के सभी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। संघ के जिला मंत्री मनोज नावंगे ने बताया कि मक्का के समर्थन मूल्य से कम दामों पर बिकने को लेकर पहले प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बावजूद यदि स्थिति नहीं सुधरती है तो फिर बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसके अनुसार कदम उठाए जाएंगे। यदि जरुरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा।
वे बोले…
मक्का के कम दाम मिलने और किसानों के विरोध को देखते हुए इस संबंध में वरिष्ठ कार्यालय और जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। व्यापारियों से भी चर्चा की गई है, लेकिन उनका कहना है कि अभी बाजार में मक्का के कम ही रेट चल रहे हैं। इसलिए वे अधिक दाम नहीं दे पा रहे हैं। इस संबंध में शासन स्तर से जो भी निर्देश प्राप्त होंगे, उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
एसके भालेकर, सचिव, कृषि उपज मंडी, बडोरा, बैतूल