मुलताई के पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा और मुलतापी समाचार द्वारा बे सहारा लोगों को भोजन कराते हुए
मुलतापी समाचार
मुलताई के पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा और मुलतापी समाचार द्वारा बे सहारा लोगों को भोजन कराते हुए,। शारदा राम मनमोहन शैक्षणिक एवं समाज सेवा समिति द्वारा सेवा प्रदान की गई।
पूरा देश कोरोना वायरस जैसी बीमारी से जूझ रहा है इसके बावजूद भी मुलताई के पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा और मुलतापी समाचार के संपादक द्वारा बे सहारा लोगों को भोजन कराने का कराया किया और अपनी इन्सानियत का फर्ज अदा किया।
वहीं पाथाखेड़ा सारणी बगडोना शोभापुर में कोरोना कर्फ्यू के चलते बेचारे गरीब लोग भूखे रह रहे हैं ऐसे में मैंने अपने घर से खाना बनवा कर उन गरीब तक पहुंचाने का काम किया और हमेशा करते रहूंगा मैं !! मुझे आज एक गरीब का फोन आया बोलते हैं भैया हमने सुबह से कुछ खाया नहीं है तो मैं तुरंत अपने घर से खाना बनवा कर पैकेट बनाकर देकर आया वह बहुत खुश हुए और कहे भैया आप हमेशा मदद करते हो मैंने कहा मेरे से जितना बनेगा मैं करूंगा!! मैंने उनसे कहा अपने हाथ धोते रहना गंदगी से दूर रहना और घर से बाहर न निकलना उन्होंने कहा ठीक है भैया हम 21 दिन तक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जैसा कहा है वैसा करेंगे और पुलिस प्रशासन सफाई कर्मी का साथ भी देंगे!!
!! इस पोस्ट से मैं जनता को और नेताओं को कहना चाहता हूं कि इस समय में गरीबों की मदद करिए यह नेतागिरी का टाइम अभी नहीं है जो व्यक्ति रोज ठेला मेहनत मजदूरी कर अपना पेट भरता था आज वह अपना पेट नहीं भर पा रहा है तो आप अपने तरफ से जो भी सहयोग हो आप हर तरह का सहयोग उस गरीब तक करिए जिस गरीब के पास एक वक्त का दाना नहीं हो !!
कोविड-19 फैल रहा है और इसके साथ ही किसी भी सतह को छूने का हमारा डर भी बढ़ रहा है। अब पूरी दुनिया में सार्वजनिक जगहों पर एक जैसी तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। लोग अपनी कोहनी से दरवाजे खोलने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रेनों के जरिए आवाजाही करने वाले लोग इसके हैंडल पकड़ने से बच रहे हैं। ऑफिस कर्मचारी हर सुबह अपनी डेस्क साफ करते दिखाई दे रहे हैं।
साफ-सफाई पर बढ़ा जोर
कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए इलाक़ों में वर्कर्स को प्रोटेक्टिव कपड़े भेजे जा रहे हैं।
ये टीमें प्लाजा, पार्कों और सड़कों पर डिसइन्फेक्टेंट्स (इनफेक्शन को रोकने वाली दवाइयों) का छिड़काव करती हैं। दफ़्तरों, हॉस्पिटलों, दुकानों और रेस्टोरेंट्स में साफ-सफाई के इंतजाम पहले के मुकाबले कहीं ज़्यादा मुस्तैदी से किए जा रहे हैं फ़्लू जैसे दूसरे रेस्पिरेटरी वायरस की तरह से ही कोविड-19 भी इससे संक्रमित शख़्स के छींकने या खांसने के जरिए मुंह और नाक से निकलने वाली पानी की बूंदों से भी फैल सकता है इस बात के भी कुछ प्रमाण हैं कि यह वायरस ज़्यादा लंबे वक़्त तक मल पर टिक सकता है, ऐसे में टॉयलेट होकर आने वाला कोई शख़्स अगर अच्छी तरह से अपने हाथ नहीं धोता है तो इससे वो अपनी छुई जाने वाली दूसरी किसी भी चीज़ को संक्रमित कर सकता है।
हाथ से चेहरा छूना मुख्य वजह नहीं
सेंटर फ़ॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, वायरस वाली किसी सतह या वस्तु को छूने के बाद अपने चेहरे को छूना ‘वायरस के फैलने की मुख्य वजह नहीं मानी गई है।’ इसके बावजूद सीडीसी, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (डब्ल्यूएचओ) और दूसरे अन्य स्वास्थ्य संस्थानों ने इस बात पर जोर दिया है कि हाथ धोना और बार-बार छुई जाने वाली सतहों को रोज साफ करना इस वायरस को फैलने से रोकने का एक अहम उपाय है। हालांकि, हमें यह नहीं पता कि संक्रमित सतहों को छूने से इस वायरस के फैलने के कितने मामले आए हैं, लेकिन एक्सपर्ट फिर भी इस मामले में सतर्कता बरतने की बात करते हैं। एक पहलू जिस पर अभी भी तस्वीर साफ नहीं है वह यह है कि आखिर कितने वक़्त तक Sars-CoV-2 (कोविड-19 बीमारी को फैलाने की वाले वायरस का नाम) मानव शरीर के बाहर जीवित रह सकता है।
28 दिन तक टिक सकता है वायरस
सार्स और मर्स जैसे दूसरे कोरोना वायरस पर हुए कुछ अध्ययनों में पता चला था कि ये मेटल, ग्लास और प्लास्टिक पर नौ दिन तक जीवित रह सकते हैं। कम तापमान में कुछ वायरस 28 दिन तक टिके रह सकते हैं। कोरोना वायरस को खासतौर पर इस बात के लिए जाना जाता है कि यह अपने अनुकूल माहौल में मजबूती से टिका रहता है।
शोध में हुए नए खुलासे
शोधकर्ताओं को अब इस बारे में और ज़्यादा जानकारियां मिल रही हैं कि यह नए कोरोना वायरस के फैलाव को कैसे प्रभावित करता है। यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (एनआईएच) की वायरोलॉजिस्ट नील्तजे वान डोरमालेन और मोंटाना के हैमिल्टन में मौजूद रॉकी माउंटेन लैबोरेटरीज के उनके सहयोगियों ने Sars-CoV-2 के बारे में कुछ शुरुआती टेस्ट किए हैं कि यह अलग-अलग सतहों पर कब तक टिक सकता है। इनकी स्टडी को न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छापा गया है। इस स्टडी से पता चलता है कि यह वायरस छींक या खांसी के दौरान बाहर निकलने पर बूंदों में तीन घंटे तक जीवित रह सकता है। 1 से 5 माइक्रोमीटर के आकार वाली बड़ी बूंदें मानव बाल की मोटाई से करीब 30 गुना छोटी होती हैं. ये बूंदें कई घंटों तक हवा में बनी रह सकती हैं। इसका मतलब यह है कि वायरस बिना फिल्टर वाले एयर कंडीशनिंग सिस्टम्स में आने वाले वायरस केवल कुछ घंटों तक ही जीवित रह सकते हैं, खासतौर पर एयरोसोल बूंदें जल्द ही सतह पर टिक जाती हैं।
कहां ज़्यादा जीवित नहीं रह पाता वायरस
लेकिन, एनआईएच की स्टडी में पता चला है कि Sars-CoV-2 वायरस कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक और प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील की सतहों पर 2-3 दिन तक टिका रह सकता है। इन जानकारियों से पता चल रहा है कि वायरस दरवाजों के हैंडल्स, प्लास्टिक कोटेड और लैमिनेटेड वर्कटॉप्स और दूसरी सख़्त सतहों पर ज़्यादा वक़्त के लिए जीवित बना रह सकता है शोधकर्ताओं को पता चला है कि कॉपर की सतह पर यह वायरस करीब चार घंटे में ही मर जाता है। लेकिन, इसे तत्काल रोकने का एक विकल्प है। रिसर्च से पता चला है कि 62-71 फीसदी एल्कोहल या 0.5 फीसदी हाइड्रोजन परऑक्साइड ब्लीच या 0.1 फीसदी सोडियम हाइपोक्लोराइट वाली घरेलू ब्लीच से सतह को साफ करने से कोरोना वायरस को एक मिनट के भीतर निष्क्रिय किया जा सकता है।
ज़्यादा तापमान और ह्यूमिडिटी मेंभी असरदार
ज़्यादा टेंपरेचर और ह्यूमिडिटी में भी दूसरे कोरोना वायरस तेज़ी से खत्म हो जाते हैं। हालांकि, रिसर्च से पता चलता है कि सार्स बीमारी की वजह बनने वाले संबंधित कोरोना वायरस 56 डिग्री सेल्सियस या 132 डिग्री फॉरेनहाइट से ऊपर के तापमान पर मर सकते हैं। यूएस एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी (ईपीए) ने अब डिसइनफेक्टेंट्स और एक्टिव इनग्रेडिएंट्स की एक लिस्ट जारी की है जिनके जरिए Sars-CoV-2 वायरस को खत्म किया जा सकता है। हालांकि, इस बात का कोई डेटा नहीं है कि किसी संक्रमित शख्स के छींकने से निकलने वाली एक बूंद में कितने वायरस पार्टिकल हो सकते हैं, लेकिन फ़्लू वायरस पर की गई रिसर्च से पता चलता है कि छोटी बूंदों में इंफ्लूएंजा वायरस की दसियों हज़ार कॉपी हो सकती हैं। हालांकि, यह चीज़ वायरस पर भी निर्भर करती है कि वह किस श्वसन तंत्र में पाया गया है और शख्स में संक्रमण किस स्टेज पर है। कपड़ों और ऐसी दूसरी सतह जिन्हें डिसइनफेक्ट करना मुश्किल होता है, यह अभी साफ़ नहीं है कि इनमें वायरस कितनी देर तक टिक सकता है।
छिद्रदार सतह पर सूख जाता है वायरस
रॉकी माउंटेन लैबोरेटरीज में वायरस ईकोलॉजी के हेड और एनआईएच की स्टडी की अगुवाई करने वाले विंसेंट मन्सटर के मुताबिक, कार्डबोर्ड में मौजूद एब्जॉर्बेंट नैचुरल फ़ाइबर में वायरस प्लास्टिक और मेटल के मुकाबले जल्द मर जाता है। उन्होंने कहा, “हमारा अंदाज़ा है कि छिद्रपूर्ण (पोरस) मैटेरियल की वजह से यह वायरस जल्द ही सूख जाता है और फ़ाइबर में फंस जाता है।” तापमान में बदलाव और ह्यूमिडिटी से भी वायरस को ज़्यादा देर टिकने में मुश्किल होती है। इससे यह भी पता चलता है कि क्यों यह हवा में मौजूद बूंदों में कम देर टिकता है। उन्होंने कहा, “हम फिलहाल आगे के प्रयोग कर रहे हैं ताकि तापमान और ह्यूमिडिटी के असर को और ज़्यादा बारीकी से समझ सकें।” मन्सटर के मुताबिक, वायरस के ज़्यादा लंबे वक़्त तक टिके रहने से पता चलता है कि क्यों हमें हाथों की सफ़ाई और सतहों को साफ रखने पर ज़्यादा जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा, “इस वायरस में कई जरियों से एक जगह से दूसरी जगह पर फैलने की संभावना होती है।”
जबलपुर । कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आए आभूषण विके्रता के संपर्क में आने वालों पर संक्रमित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। दरअसल, उसकी दुकान का एक और कर्मचारी (45) कोरोना संक्रमित पाया गया है। जिसके चलते जिले में वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 5 से बढ़कर 6 पहुंच गई है। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात हो गई है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती आभूषण कारोबारी को ऑक्सीजन पर रखा गया है। इधर, संजीवनी नगर निवासी एक संदिग्ध सोमवार रात विक्टोरिया से भाग गया था लेकिन फिर वापस लौट आया। रविवार को आभूषण विक्रेता की दुकान के सेल्समैन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सोमवार को विक्टोरिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 3 संदिग्धों के थ्रोट स्वाब के नमूने जांच के लिए एनआईआरटीएच भेजे गए थे। शाम को जारी की गई रिपोर्ट में आभूषण दुकान का कर्मचारी पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड के लिए रेफर किया गया।
तीनों संदिग्ध आभूषण विक्रेता के संपर्क में थे। इधर, विक्टोरिया व सुखसागर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 13 संदिग्धों को आइसोलेट किया गया है। तो वहीं रविवार को रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद सुखसागर में आइसोलेट 17 संदिग्धों को इस हिदायत के साथ घर भेजा दिया गया कि वे आगामी दिनों तक बाहर नहीं निकलेंगे।
सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाह
कोरोना पॉजीटिव पाए गए 6 मरीज को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई जा रही है कि कोरोना पॉजिटिव वाला छठवां व्यक्ति बरेला देवरी पटपरा गांव का निवासी है। उसने गांव में जाकर बहुत से लोगों से मुलाकात की। यहां तक कि कुछ घरों में जाकर बैठकें की। लेकिन मरीज के परिचितों का कहना है कि वह पिछले 10 साल से जबलपुर के तुलाराम क्षेत्र में किराये के मकान में रहता है, गांव में सिर्फ उसके माता-पिता रहते हैं। मरीज की मझौली में शादी हुई है, वह मझौली गया है कि नहीं इस बारे में जानकारी नहीं है।
परिचितों ने बताया कि मरीज होली के समय गांव आया था परंतु माता-पिता से मिलकर वह लौट गया था। बताया जा रहा है देवरी पटपरा निवासी एक युवक पर कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद आसपास के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह भी अफवाह फैलाई गई थी कि और भी लोग कोरोना पॉजीटिव है परंतु वह डर से यह बात छिपा रहे हैं।
कोराना बिमारी केचलते देश में कर्फ्यु लगने कारने काेेेेई घर से ना निकले इसके लिए मुलताई में किराना दुकानों की सुची तैयार की है किराना घर पहुुंच सुविधा
मुलतापी समाचार
मुलताई में लगा कर्फ्यु के दौरान जनता घर से बाहर ना निकले जिसके लिए SDM जी ने जारी की सुची और साथ ही समाजिक संस्थाओं ने जनता सेे अनुरोध किया।
मुलताई । कोरोना वायरस के चलते पूरे देश मे 21 दिन का लॉक डाउन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषित किया है जिसके तारतम्य में मुलताई में आम जनता को किराना सामग्री घर पहुच सुविधा प्रदान की जा रही है जिसकी सूची एवं मो SDM श्री चनाप ने जारी की आम जनता मुलताई में इन नम्बरो से सम्पर्क कर घर पहुच किराना सामग्री प्राप्त कर सकते है यह व्यापारी प्रातः 6 बजे से 9 बजे के बीच आम जनता को उनके वाहनों से घर पहुच किराना सामग्री उपलब्ध कराएंगे
सभी नगर वाशी इन नम्बरो पर सपर्क कर के किराना सामान बुला सकते हैं। निवेदन:- अनुसया सेवा संगठन मुलताई एवं अनुरोध कर्ता :- शारदा राम मनमोहन शैक्षणिक एवं समाज सेवा समिति मुलताई
ताकि कोई भी घर से बाहार ना निकले जनहित में जारी
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बैतूल जिले में भी घनघोर बारिश जिससे किसानों की खड़ी फसल का हुआ भारी नुकसान
शाहपुर। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में ki चुकी फसल काटने को लेकर प्रशासन ने कोई साफ़ निर्देश नही दिए थे। इसी बीच आज दोपहर में शाहपुर ब्लॉक मे तेज आंधी तूफान के बीच जोरदार बारिश हुई। जिससे खेतों में खड़ी फसल गिर गई और खेत मे पानी भर जाने से खराब भी हो गई। कई किसान अपनी फ़सल काट रहे थे जो कि खेत मे ही रखी हुई थी जो पूरी तरह से खराब हो गई है। जिससे किसानों की खड़ी फसल को काफी नुकसान हुआ भौरा, कुंडी ,बाकाखोदरी, कामठी, भयावाड़ी ,देशावाडी सिलपटी सहित अन्य ग्रामों में बारिश हुई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों सहित 22 विधायकों के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी में एक और फूट की आशंका बन गई है। इस बार बुंदेलखंड के चार विधायक पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के लगातार संपर्क में हैं। हालांकि राज्यसभा चुनाव टल जाने से इस फूट से कांग्रेस को कुछ समय की राहत जरूर मिल सकती है। कांग्रेस में एक महीने के भीतर एक साथ 22 विधायकों के कांग्रेस छोड़ने से जिस तरह सरकार गिरी है, उससे पार्टी को फिलहाल राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। बताया जाता है कि बुंदेलखंड के चार विधायक कभी-भी पार्टी को छोड़ सकते हैं। इनमें से तीन विधायक अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आते हैं और एक ब्राह्मण हैं। इनमें से एक सिंधिया समर्थक बताए जाते हैं, जिन्हें विधानसभा का टिकट दिलवाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही थी। दो विधायक कमल नाथ के समर्थक माने जाते हैं। दो विधायक पिछले दिनों हुई राजनीतिक उठापटक में भाजपा नेताओं से मेल मुलाकात करते हुए भी नजर आ चुके हैं।
बुंदेलखंड में झटका लगेगा : बुंदेलखंड के सागर, पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर जिलों की 26 सीटों में से कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतें थीं, जो ग्वालियर-चंबल के बाद बड़ा हिस्सा थीं। मगर गोविंद सिंह राजपूत के पार्टी छोड़ने के बाद अभी यहां कांग्रेस के नौ विधायक बचे हैं। चार विधायकों के पार्टी छोड़ने पर बुंदेलखंड में भी कांग्रेस की विंध्य जैसी स्थिति बन जाएगी, जहां उनके पास कमलेश्वर पटेल जैसे गिनेचुने नेता बचे हैं।
22 में से ज्यादातर विधायक ग्वालियर-चंबल के
कांग्रेस के बागी 22 विधायकों में 15 ग्वालियर-चंबल के हैं। इनमें प्रद्मुम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसौदिया, एदल सिंह कंषाना, रघुराज सिंह कंषाना, गिर्राज डंडौतिया, कमलेश जाटव, ओपीएस भदौरिया, रणवीर जाटव, मुन्नालाल गोयल, रक्षा सरोनिया, जसमंत जाटव, सुरेश धाकड़, जजपाल सिंह जज्जी और बृजेंद्र सिंह यादव हैं। जबकि मालवा के चार हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव, मनोज चौधरी और तुलसीराम सिलावट हैं तो बुंदेलखंड के गोविंद सिंह राजपूत, महाकोशल के बिसाहूलाल सिंह, भोपाल क्षेत्र के डॉ. प्रभुराम चौधरी हैं। होली पर इनके इस्तीफों से पड़ी फूट का नुकसान कांग्रेस को सबसे ज्यादा ग्वालियरचंबल में हुआ है।
इंदौर: मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस ने अब इंदौर और उज्जैन में भी दस्तक दी है। मध्यप्रदेश में एक साथ पांच नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। इंदौर में 4 और उज्जैन में एक मरीज के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इंदौर शहर में 4 मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। वहीं, उज्जैन में महिला की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है। इंदौर निवासी सभी 4 मरीजों का उपचार फिलहाल निजी अस्पताल में चल रहा है। कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया ने बताया कि मंगलवार को इंदौर से कुल 13 मरीजों और आसपास के जिलों से 8 सेंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इन सभी सेंपलों की जांच इंदौर के ही एमजीएम मेडिकल कॉलेज में मौजूद वायरोलॉजी लैब में हुई है। जांच में इंदौर के 4 मरीजों और उज्जैन के एक मरीज में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है। चारों का ही इलाज फिलहाल निजी अस्पतालों में चल रहा है जबकि उज्जैन निवासी मरीज का इलाज एमवायएच में हो रहा है।
इन चार मरीजों में मनीष बाग निवासी 68 वर्षीय पुरूष और 66 वर्षीय पुरूष और रानीपुरा निवासी 49 वर्षीय महिला का बॉम्बे हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। चंदननगर निवासी 50 वर्षीय महिला का अरिहंत हॉस्पिटल में इलाल चल रहा है। वहीं उज्जैन निवासी 65 वर्षीय महिला का इलाज एमवायएच में चल रहा है। इनमें से कुछ मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर में 222 होम क्वारेंटाइन में रखे गए लोगों में से सिर्फ 14 लोगों की जांच रिपोर्ट आना बाकी थी। इनमें से 162 लोगों को मुक्त कर दिया गया था। 46 लोगों के सेंपल अभी तक जांच में लिए गए हैं और इसमें से 32 के सेंपल निगेटिव आ चुके हैं। मिली जानकारी के मुताबिक शहर में करीब तीन हजार लोग विदेश से आए हैं।
मध्यप्रदेश में अब तक 14 मरीज मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या 14 हो गई है। इससे पहले 9 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। मंगलवार को ग्वालियर में मिले दो संदिग्ध मरीजों की खबर आई थी। ग्वालियर में दो मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। इनमें से एक मरीज ग्वालियर और एक शिवपुरी का रहने वाला है। देर शाम प्रशासन द्वारा इस बात की पुष्टि की गई की दोनों मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।
सीहोर जिले में कोराना वायरस का एक भी मरीज की पुष्ठि नहीं हुई है और यह फैले नहीं इसलिए जिला कलेक्टर ने लगाई रोक
वर्तमान समय में मंदिर की स्थिति
सलकनपुर मां विजासान मंदिर में एक भी भक्त नहीं
आज मंगलवार को भूतड़ी अमावस्या पर क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल आंवलीघाट पर भी स्नानदान के लिए लगाई रोक
व्यवस्था के लिए 150 से 200 पुलिस बल तैनात
रेहटी। बीते वर्ष आवंली घाट पर चैत्र नवरात्री के दौरान सरकनपुर मंदिर पर भीड़
बीते वर्ष भूतड़ी अमावस्या पर दिखी थी इतनी भीड़
सीहोर। रेहटी ।मां विजयासन धाम शक्तिपीठ सलकनपुर में चैत्र नवरात्र में माता के श्रद्धालु दर्शन नहीं कर पायेंगे। मां विजयासन के 500 साल के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि चैत्र नवरात्र में यहां आने वाले हजारों लाखो श्रद्धालु दर्शन नहीं कर सकें गे। क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल आंवलीघाट पर भी भूतड़ी अमावस्या पर मेला लगता है। जहां नर्मदा क्षेत्र के प्रसिद्ध आंवलीघाट नेहलाई, बाबरी, डिमावर, गांजीत, पथोडा, जाजना, जहाजपुरा सहित कई घाटों पर भूतडी अमावस्या पर चैत्र नवरात्र के एक दिन पहले लाखों लोग जमा होते हैं। इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर कोरोना वायरस संक्रमण न हो इसके लिए जिला कलेक्टर ने मंगलवार को पड़ने वाली भूतडी अमावस्या पर स्नानदान के लिए रोक लगा दी है।
सलकनपुर में सोमवार से ही माता के पट बंद कर दिए गए हैं जो 31 मार्च तक बंद रहेंगे। यह मां विजयासन के 500 साल के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि 100 से अधिक देशों में कोरोना वायरस की महामारी तेजी से फै ल रही है। जिसमें भारत में भी इस महामारी का प्रकोप चल रहा है। कलेक्टर अजय गुप्ता के अपील पत्र के अनुसार सीहोर जिले में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी प्रकरण सामने नहीं आया है। जबकि सलकनपुर मंदिर व मेला में अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। जहां कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका है। कोरोना वायरस जैसी गंभीर महामारी और स्थानीय लोगों व मंदिर व्यवस्था से जुड़े लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ को दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालुओं ओर दर्शानार्थीयों से उन्होंने अपील की है कि देवी जी की आराधना अपने-अपने निवास स्थान से करें। मां विजयासन देवी धाम सलकनपुर में आने वाले श्रद्धालुओं पर 31 मार्च तक रोक लगी रहेगी जिसे आगामीआदेश तक बढाई जाएगी । वहीं माता के पट भी बंद रहेंगे।
मां विजयासन के पट बंद रहेंगे लेकि न चैत्र नवरात्र संपन्न होगी
कलेक्टर के आदेशानुसार मंगलवार को भूतड़ी अमावस्या पर प्रसिद्ध नर्मदा तट आंवलीघाट पर रोक लगाने के बाद मां विजयासन धाम सलकनपुर में 31 मार्च तक श्रद्धालु माता के दर्शन नही कर सकें गे, लेकि न नवरात्र यहां पूरी विधि विधान से संपन्न होगी। श्री देवी जी मंदिर समिति ट्रस्ट सचिव आरके दुबे ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन बुधवार को घट स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र शुरु होंगे और मां विजयासन की चार बार आरती भी चैत्र नवरात्र में प्रतिदिन होगी। जबकि आम दिनों में तीन बार ही माता की आरती होती है। चैत्र नवरात्र में सुबह 5.30 बजे पहली आरती इसके बाद पाठ करने के बाद दूसरी आरती करीब सुबह 11.00 बजे, तीसरी आरती सुबह 11.45 बजे और शाम की आरती 7.30 बजे संपन्न होगी। इसके साथ ही माता के भक्तों द्वारा जो चैत्र नवरात्र में नौ दिनों के लिए ज्योति स्थापना करवाते है ज्योति स्थापना भी होगी। वहीं सप्तमी की रात को महानिशा पूजा (हवन) भी संपन्न कराया जाएगा। श्री दुबे ने बताया कि आरती के लिए और ज्योति स्थापना के लिए यहां के पंडे एक-एक ही काम करेंगे और माता के पट बंद रहेंगे।
150 से 200 पुलिस बल रहेगा तैनात
आवंलीघाट में आज भूतड़ी अमावस्या पर स्नान के लिए रोक लगाने के लिए और मां विजयासन जाने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर जाने से रोकने के लिए 150 से 200 पुलिस बल चप्पे-चप्पे परप लगाया गया है। जिसमें एक एडिसनल एसपी, तीन एसडीओ, छः टीआई भी शामिल हैं।
चीन में कोरोना वायसर के बाद अब हनता वायरस की पहचान करते हुए फाइल फोटो
मुलतापी समाचार। दुनिया में अभी कोरोना वायरस का कहर थमा नहीं है और ऐसे में एक और वायरस की खबर सामने आई है। इस वायरस से आज चीन में पहली मौत भी हो चुकी है। यह नया वायरस भी बहुत घातक बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसके बारे में अचानक लोग खूब सर्च कर रहे हैं और इसके बारे में जानकारी ले रहे हैं। हंतावायरस से चीन के युनान प्रांत में आज एक व्यक्ति की मौत हो गई है। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार यह व्यक्ति शाडोंग प्रांत के लिए यात्रा कर रहा था। बस में उसका शव मिला। बस में सवार अन्य 32 लोगों की भी अब जांच की जा रही है।
इस नई मुसीबत से लोग अब और सहम गए हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स का चीन के प्रति गुस्सा भी भड़क उठा है। बताया जा रहा है कि यह #Hanta virus #हंता_वायरस चूहों को खाने से फैलता है। इसके बाद लोग चीन की खानपान की आदतों को जमकर कोस रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर अभी भी नहीं सुधरे और जानवरों को खाना बंद नहीं किया तो इसका दुष्परिणाम पूरी मानवता को भुगतना पड़ सकता है।
बैतूल जिले की लास्ट बॉर्डर ग्राम उमरघाट के पास नावघाट पर प्रशासन ने महाराष्ट्र बॉर्डर सील कर दिया। शानिवार 20 मार्च को क्षेत्र के समाजसेवियों, ग्रामीणों के द्वारा पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग को ज्ञापन सौंपकर महाराष्ट्र बॉर्डर सील करने की मांग की गई थी। गांव-गांव में दामजीपुरा क्षेत्र के मजदूर वर्ग जो महाराष्ट्र में मजदूरी करने के लिए गया था वह नोवेल कोरोना वायरस की वजह से अपने गांव में वापस आ रहे हैं इसलिए उनके स्वास्थ्य जांच की मांग की गई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा लोगों की जांच की जा रही है। साथ ही नोडल अधिकारी के द्वारा निरीक्षण भी किया गया।